नई दिल्ली : चीनी मंडी
सरकार द्वारा चीनी उद्योग को सहायता करने के लिए पिछले कुछ महीनों से उठाये कदम की वजह से सीमित दायरों सिमटी हुई चीनी की कीमतें कल अचानक से प्रति क्विंटल 60 से 70 रुपये बढ़ गई हैं। चीनी निर्यात के साथ साथ इथेनोल खरीद दर में वृद्धी करने से चीनी मिलों को बड़ी राहत मिली है । इतना ही नही चीनी मिलों ने सितंबर का मासिक चीनी बिक्री कोटा लगभग पूरा किया है।
वर्तमान मूल्य वृद्धि सरकार द्वारा लिए गये निर्णयों की प्रतिक्रिया है। दिलचस्प बात यह है कि चीनी मिलों ने वैश्विक कीमतों में गिरावट और इस साल फरवरी और मार्च में लगाई गई रिवर्स स्टॉक सीमा के कारण चीनी का आवंटित स्टॉक निर्यात करने में असमर्थ रहे हैं।
चूंकि घरेलू बाजारों में चीनी की कीमतें बढ़ी हैं और वैश्विक स्तर पर स्थिर हैं, अगर सरकार अतिरिक्त एमआईईक्यू घोषित करने में देरी करती है, तो अतिरिक्त निर्यात की संभावनाएं कम दिखती हैं ।चीनी उद्योग आगामी सीजन के लिए 30 लाख मेट्रिक टन अतिरिक्त निर्यात के साथ मिलों को 250-300 रुपये प्रति क्विंटल की परिवहन सब्सिडी के प्रस्ताव के लिए भी मंजूरी का इंतजार कर रहा है।