करनाल : भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान (लखनऊ) में हुई अखिल भारतीय समन्वित गन्ना अनुसंधान परियोजना (AICRP) की 34 वीं बैठक में गन्ने की एक नई किस्म, Co-16030, जिसे Karan-16 के नाम से भी जाना जाता है, की पहचान की गई है। इस किस्म को गन्ना प्रजनन संस्थान, करनाल के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, इस किस्म का परीक्षण देश के उत्तर पश्चिम क्षेत्र के नौ अलग-अलग स्थानों पर 2019-20 से 2021-22 तक किया गया था। सफलता देखने के बाद इसकी शिनाख्त हुई। उन्होंने दावा किया कि, इसे जल्द ही किसानों के लिए उपलब्ध होगा। यह किस्म उच्च गन्ना उपज और लाल सड़न प्रतिरोध का एक अच्छा संयोजन है। यह 12 वें महीने में परिपक्वता प्राप्त करता है। Co-16030 एक क्रॉस किस्म है जिसमें गन्ने की अच्छी व्यावसायिक उपज के साथ-साथ गन्ने की पैदावार भी होती है। इसे शूट बोरर, टॉप बोरर और डंठल बोरर के लिए सबसे कम संवेदनशील के रूप में भी दर्जा दिया गया था।