बेंगलुरु : सहकारिता मंत्री शिवानंद पाटिल ने कहा कि कर्नाटक में 11 चीनी मिलों में वित्तीय अनियमितताओं और अवैध गतिविधियों की जांच चल रही है, जिसमें उडुपी जिले में ब्रह्मवार चीनी मिल में करोड़ों रुपये का घोटाला भी शामिल है।विधान परिषद सदस्य मंजूनाथ भंडारी के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का जवाब देते हुए मंत्री ने खुलासा किया कि बंद मिल से अप्रयुक्त सामग्री की नीलामी में हेराफेरी के कारण सरकार को 14 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि, जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है। उन्होंने कहा कि, एक सरकारी कर्मचारी और 10 निदेशकों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया है और पुलिस ने अदालत में उन पर मुकदमा चलाने के लिए सरकार से पूर्व अनुमति मांगी है। सेवानिवृत्त न्यायाधीश राधाकृष्ण होला के नेतृत्व में एक अलग जांच भी की जा रही है। मंत्री पाटिल ने आश्वासन दिया कि, घोटाले में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। ब्रह्मवार चीनी मिल और वाराही परियोजना को सरकारी कुप्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण बताते हुए मंजूनाथ भंडारी ने वित्तीय अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आग्रह किया।