बेंगलुरु : गन्ने के लिए उच्च उचित और पारिश्रमिक मूल्य (FRP) की मांग को लेकर मैसूर और अन्य जिलों में चल रहा आंदोलन 22 नवंबर, मंगलवार से जिला केंद्रों से बेंगलुरु स्थानांतरित हो जाएगा। Karnataka Sugarcane Cultivators Association के अध्यक्ष कुरुबुर शांता कुमार ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि, उनकी मांगों को लेकर दबाव बनाने के लिए मुख्यमंत्री आवास के सामने चौबीसों घंटे धरना दिया जाएगा।
शांताकुमार ने उच्च FRP की घोषणा करने में देरी की रणनीति अपनाने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की और कहा कि हालांकि चीनी मंत्री शंकर पाटील मुनेनकोप्पा ने कुछ दिनों पहले कहा था कि किसानों को ‘अच्छी खबर’ मिलेगी, लेकिन अब तक कोई घोषणा नहीं की गई है। उन्होंने आरोप लगाया की, किसानों को गुमराह किया जा रहा है और उन्हें अपना आंदोलन छोड़ने के लिए फुसलाया जा रहा है, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे। शांता कुमार ने कहा, गन्ना किसान पिछले 4 महीनों से अपनी मांग के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार किसानों की दुर्दशा के प्रति उदासीन रणनीति अपना रही है।
उन्होंने कहा कि, राज्य में 30 लाख से अधिक गन्ना किसान है। सरकार ‘किसान समर्थक’ होने का दावा कर रही है, लेकिन उनकी शिकायतों के प्रति उदासीन है।