धारवाड़, कर्नाटक: गन्ने की कटाई और उसे चीनी मिल तक पहुंचाने के लिए किसानों पर लगाए जाने वाले शुल्क पर आपत्ति जताते हुए श्रम मंत्री संतोष लाड ने हलियाल में पैरी शुगर्स के अधिकारियों से शुल्क कम करने का आग्रह किया। मंत्री लाड ने धारवाड़ में गन्ना उत्पादकों की शिकायत निवारण बैठक की अध्यक्षता में यह कहा। मंत्री लाड ने कहा कि, मिल कालाघाटगी, अलनावर और धारवाड़ ग्रामीण क्षेत्र में किसानों से गन्ने की कटाई और परिवहन के लिए अतिरिक्त शुल्क ले रही थी, जिसके परिणामस्वरूप किसानों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा।
उन्होंने कहा कि, वर्तमान में मिल कटाई और परिवहन लागत के लिए प्रति टन 893 रुपये वसूल रही है। कालाघाटगी, अलनावर और धारवाड़ हलियाल के पास स्थित है, लेकिन इन तालुकों के किसानों को वही शुल्क देने के लिए मजबूर किया जा रहा है जो मिल से 110 km की दूरी पर स्थित गन्ने के खेतों पर लागू होता है। उन्होंने कहा, यह तरीका अवैज्ञानिक है और इसे कम किया जाना चाहिए। मंत्री लाड ने कहा कि, जिले के गन्ना उत्पादकों की कटाई और परिवहन शुल्क में कटौती की मांग जायज है।
मंत्री लाड ने चीनी मिल प्रतिनिधियों से वरिष्ठ अधिकारियों के परामर्श से अगले दो दिनों में एक नया टैरिफ लाने और जिला प्रशासन को लिखित रूप में सूचित करने को कहा। मंत्री लाड ने कहा कि, वह इस मुद्दे पर चीनी मंत्री का ध्यान आकर्षित करेंगे। इस बैठक के लिए धारवाड़ के उपायुक्त गुरुदत्त हेगड़े, पुलिस अधीक्षक गोपाल बयाकोड और अन्य उपस्थित थे।