बेलगावी : चीनी मंत्री शिवानंद पाटिल की अध्यक्षता में दक्षिण भारत चीनी मिल संघ/South India Sugar Mills Association (SISMA) की बैठक में उत्तर कर्नाटक की चीनी मिलों का गन्ना पेराई सीजन 15 नवंबर से शुरू करने का फैसला लिया गया। SISMA के पदाधिकारियों ने पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र की मिलों द्वारा 15 नवंबर, 2024 से पहले गन्ना पेराई शुरू करने के संबंध में चिंता व्यक्त की। मंत्री पाटिल ने SISMA को आश्वासन दिया कि, वे महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखकर उस राज्य में 15 नवंबर के बाद पेराई कार्य शुरू करने का आदेश जारी करने का अनुरोध करेंगे। राज्य के उत्पादकों द्वारा महाराष्ट्र की चीनी इकाइयों को गन्ना आपूर्ति करने से बेलगावी, विजयपुरा, बागलकोट और महाराष्ट्र के अन्य पड़ोसी जिलों में स्थित मिलों में गन्ना की कमी हो सकती है।
द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने सरकार से चीनी पैकेजिंग के लिए जूट के बैग के इस्तेमाल से संबंधित नियमों में ढील देने का भी आग्रह किया। SISMA ने तर्क दिया कि, खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) द्वारा चीनी के कुल उत्पादन का 20% अनिवार्य जूट पैकेजिंग के लिए जारी किए गए निर्देशों से चीनी की गुणवत्ता प्रभावित होगी। अनिवार्य जूट पैकेजिंग DFPD ने चीनी मिलों को चीनी के कुल उत्पादन का 20% अनिवार्य जूट पैकेजिंग का अनुपालन करने का निर्देश दिया। पाटिल ने SISMA को बताया कि, वह केंद्र सरकार को लिखेंगे और मिल मालिकों द्वारा उठाई गई शिकायतों को दूर करने की पूरी कोशिश करेंगे। बैठक में चीनी मिलों के मालिक शामिल हुए थे।
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