बेंगलुरु / मंड्या : राज्य सरकार के वित्त विभाग ने वर्ष 2023-24 के दौरान मैसूर शुगर फैक्ट्री (माईशुगर) में गन्ना पेराई फिर से शुरू करने के लिए ₹50 करोड़ की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी है। कांग्रेस एमएलसी दिनेश गोलीगौड़ा ने एक बयान में कहा कि, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने उनकी और मंड्या के विधायक रवि गनिगा की अपील पर तुरंत वित्त विभाग को 50 करोड़ रुपये जारी करने का निर्देश दिया।
मिल के अधिकार क्षेत्र में आने वाली 10,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि में गन्ने की खेती की गई है, जबकि 5,745 किसानों ने पांच लाख टन से अधिक गन्ने की आपूर्ति के लिए चीनी मिल के साथ समझौता किया है।
विधायक दिनेश गोलीगौड़ा ने दावा किया कि, कुछ साल पहले आर्थिक रूप से बीमार होने के बाद चीनी मिल को बंद कर दिया गया था। पिछले साल फिर से मिल शुरू कि गई और उस समय तत्कालीन भाजपा सरकार ने मिल के लिये ₹50 करोड़ की वित्तीय सहायता की घोषणा की थी, लेकिन केवल ₹32 करोड़ जारी किए थे। उन्होंने आगे कहा की, जून में पेराई कार्य फिर से शुरू करने के लिये माईशुगर मिल को कार्यशील पूंजी के अलावा गन्ने की कटाई, उपकरणों की मरम्मत और मजदूरी के भुगतान के लिए धन की सख्त जरूरत थी।
दिनेश गोलीगौड़ा ने कहा कि, मिल को गन्ने की कटाई के लिए मजदूरों को मजदूरी के भुगतान, उपकरणों की मरम्मत और कर्मचारियों के बकाया वेतन के भुगतान के लिए तुरंत ₹18.54 करोड़ की आवश्यकता थी, जबकि लगभग ₹35 करोड़ की कार्यशील पूंजी की आवश्यकता थी।उन्होंने कहा कि, पूर्व मंत्री पी.एम. नरेंद्र स्वामी, विधायक रवि गनिगा और उन्होंने खुद मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार और कृषि मंत्री एन. चेलुवारायस्वामी को मिल के मदद करने के लिए धन्यवाद दिया।