बेलगावी : कृषि विपणन और चीनी मंत्री शिवानंद पाटिल ने कहा कि, राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि सभी चीनी मिलें गन्ना आपूर्ति करने वाले किसानों को समय पर बकाया भुगतान करें। कृषि विपणन और चीनी मंत्री ने कहा कि राज्य में मिलों ने किसानों को सभी निर्धारित भुगतानों का 99% से अधिक भुगतान कर दिया है। उन्होंने कहा कि, 80 में से 77 मिलों ने समय पर भुगतान किया है। उन्होंने कहा कि, लगभग 3.94 करोड़ रुपये का बकाया लंबित है। विधायक एन. रविकुमार के एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि गन्ना बकाया भुगतान में देरी के कारण किसानों की आत्महत्या का कोई रिकॉर्ड नहीं है।
उन्होंने कहा कि, कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण या सामाजिक सुरक्षा और पेंशन प्राधिकरण द्वारा ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। जिन मिलों पर बकाया है, वे हैं बीदर सहकारी चीनी मिल, भवानी शुगर्स लिमिटेड, बीदर और ध्यानयोगी श्री शिवकुमार स्वामीजी शुगर्स लिमिटेड, इंडी। इनमें से बीदर सहकारी और ध्यानयोगी चीनी मिल बंद है।मंत्री पाटील ने कहा कि, गन्ना (नियंत्रण) आदेश, 1966 के तहत बकाया गन्ना बिलों की वसूली के संबंध में संबंधित जिलों के उपायुक्तों द्वारा वसूली प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। सरकार ने 2024-25 सीजन के लिए राज्य की प्रत्येक चीनी मिल के लिए अलग-अलग उचित और लाभकारी मूल्य तय किए हैं। मंत्री पाटील ने कहा कि ये सभी एफआरपी नियमों के अनुसार एक्स-गेट मूल्य हैं।