मैसूर : कर्नाटक गन्ना किसान संघ (Karnataka Sugarcane Cultivators Association) के नेतृत्व में मैसूर और आसपास के क्षेत्रों के किसानों ने अपनी शिकायतों के निवारण की मांग को लेकर और समस्याओं के समाधान में अधिकारियों की उदासीनता के विरोध में प्रदर्शन किया। आंदोलनकारियों ने State Advisory Price (SAP) की घोषणा में देरी के लिए सरकार की आलोचना की, और कहा की सरकार के इस रवैये से किसानों को वित्तीय अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है।
कर्नाटक गन्ना किसान संघ के अध्यक्ष कुरुबुर शांताकुमार ने कहा कि, कुछ निजी चीनी मिलें पिछले साल के खरीद मूल्य की तुलना में 350 प्रति टन कम दरों का भुगतान कर रही है। उन्होंने कहा कि, किसानों का शोषण किया जा रहा है। किसानों ने तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो वे आंदोलन तेज कर देंगे और अपनी शिकायतों के जल्द समाधान के लिए सभी सड़कों को जाम कर देंगे।