बागलकोट : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बागलकोट में विभिन्न किसान-अनुकूल परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। बागलकोट के केराकलामट्टी गांव में एक रैली को संबोधित करते हुए, शाह ने किसानों के कल्याण के लिए केंद्र सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी साझा की। उन्होंने इथेनॉल के उपयोग पर जोर दिया और कहा कि यह एक बहुआयामी परियोजना है, जो किसानों के लिए मददगार साबित होगी। उन्होंने कहा की, हमारे देश में पेट्रोल और डीजल के आयात पर बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा खर्च होती है। इसका एक वैकल्पिक विकल्प इथेनॉल है, जो गन्ने के उप-उत्पादों से बनाया जा रहा है।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा की, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इथेनॉल उत्पादन और समिश्रण की दिशा में सबसे बेहतर काम किया है। यह एक बहुआयामी परियोजना है। एक तरफ, इथेनॉल उत्पादन से किसानों की आय बढ़ती है, दूसरी तरफ, चीनी मिलों को लाभ होता है और तीसरा, पेट्रोल का विकल्प भी देश के विदेशी मुद्रा भंडार को बचाता है। इसके माध्यम से देश विकास और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ेगा। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में इथेनॉल की आपूर्ति के लिए कई कदम उठाए हैं। जब मोदीजी सत्ता में आए, तो केवल 1.58 प्रतिशत सम्मिश्रण (पेट्रोलियम उत्पादों में इथेनॉल) किया जा रहा था, लेकिन मोदी सरकार ने 2022 तक 10 प्रतिशत तक मिश्रण बनाने की नीति बनाई है। 2025 तक, हम इसे 30 प्रतिशत तक ले जाएंगे। किसानों को समय पर पैसा मिलेगा, इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ेगा और यह पर्यावरण के अनुकूल भी है। उन्होनें कहा की, एमआरएन समूह द्वारा इन किसान-हितैषी परियोजनाओं से 40,000 से अधिक किसान परिवारों को लाभ होगा और इस क्षेत्र में 6,000 से अधिक नए रोजगार सृजित होंगे। मैं इस पहल के लिए एमआरएन समूह को बधाई देता हूं।
1995 में स्थापित, MRN समूह का मुधोल (कर्नाटक) में मुख्यालय है। एमआरएन समूह का नेतृत्व मंत्री मुरुगेश आर निरानी कर रहे हैं।