पुणे : चीनी मंडी
श्री विघ्नहर सहकारी चीनी मिल के अध्यक्ष सत्यशिल शेरकर ने कहा की, केंद्र सरकार ने चीनी की न्यूनतम बिक्री मूल्य (MSP) 3100 रुपये तय की है, इससे देश की सभी मिलों को फायदा होने की उम्मीद थी, लेकिन देश में एक ही MSP रखने से केवल उत्तर प्रदेश जैसे राज्य को फायदा हुआ है। उत्तर प्रदेश की चीनी पूरे देश में जाने लगी है और महाराष्ट्र में चीनी का स्टॉक अभी भी जस के तस है, इसके परिणामस्वरूप चीनी पर दिनोंदिन ब्याज का बोझ बढ़ रहा है। श्री विघ्नहर सहकारी चीनी मिल की 37 वीं वार्षिक आम बैठक बुधवार को आयोजित की गई थी। इस बैठक में शेरकर बोल रहे थे।
आपको बता दे, इससे पहले चीनी उद्योग द्वारा उत्तर भारत और दक्षिण भारत के लिए चीनी की अलग-अलग न्यूनतम बिक्री मूल्य की मांग की गयी है।
शेरकर ने कहा कि, केंद्र सरकार ने बफर स्टॉक अनुदान और चीनी निर्यात अनुदान की घोषणा की, लेकिन अनुदान का समय पर भुगतान नहीं होता है। अब हमें चीनी निर्यात सब्सिडी जल्द ही मिलने की उम्मीद है।
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