नैराबी: केन्या घरेलू उपयोग और आयात में सुधार को लेकर चीनी उत्पादन को बढ़ाने के लिए गन्ने की खेती का विस्तार करेगी।
कृषि और खाद्य प्राधिकरण (एएफए) के अंतरिम महानिदेशक एंथनी मुरीथी ने कहा क, सिंचाई के माध्यम से देश गन्ने की पैदावार को बढ़ाने में सक्षम है। केन्या चीनी उत्पादन बढ़ाने पर जोर देगी।
मुरीथी ने नैरोबी में एक साक्षात्कार के दौरान कहा की, तटीय केन्या, क्वाले में गन्ना फसल को बढ़ावा देने के लिए किए गए हमारे शुरुआती परीक्षण बहुत उत्साहजनक हैं, इसलिए हमारी योजना अन्य क्षेत्रों में विस्तार करने की है। उन्होंने कहा कि, सरकार की योजना मौजूदा 1,736 हेक्टेयर से सिंचाई के तहत उगाए गए गन्ने के रकबे को बढ़ाने की है। गन्ना उगाने वाले क्षेत्रों में सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए मिट्टी परीक्षण सुविधाओं का लाभ देगी, ताकि गन्ने को सही प्रकार की मिट्टी में उगाया जाए। मिट्टी परीक्षण के बाद उर्वरक के प्रकार और दरों को लागू किया जाएगा और इसके परिणामस्वरूप उर्वरक उपयोग दक्षता में सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि अकुशलता और अपर्याप्त गन्ना आपूर्ति के कारण, पिछले पांच वर्षों में चीनी उत्पादन 2016 में दर्ज 6,39,741 टन के उच्च स्तर से 2017 में 3,76,111 टन तक कम हो गया है। स्थानीय खपत लगभग 10,00,000 टन के आसपास है। मिलों के घाटे का प्रमुख कारण, पूर्वी और दक्षिणी अफ्रीका (कोमा) चीनी उत्पादक देशों के लिए कॉमन मार्केट से चीनी आयात है। उन्होंने बताया कि,व र्ष 2019 के अंत तक 4,767,129 मीट्रिक टन गन्ने की पेराई से 392,493 टन चीनी उत्पादन किया गया।
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