नैरोबी : गन्ने की कीमत बढ़ाने के अदालती आदेश के विरोध में चीनी मिलर्स ने पेराई बंद करने की धमकी दी है। गन्ना किसानों ने मिल मालिकों पर स्वार्थी होने का आरोप लगाया है। किसानों ने कहा कि, अदालत ने मिल मालिकों को जो प्रति टन 5,900 रुपये का भुगतान करने का आदेश दिया है, वह उनके खर्च के हिसाब से काफी उचित है।
केन्या एसोसिएशन ऑफ शुगर एंड अलाइड प्रोडक्ट्स के अध्यक्ष चार्ल्स अत्यांग अटियांग ने कहा, मिल मालिकों को पता है कि एक टन चीनी का उत्पादन करने के लिए हम कितना पैसा खर्च करते हैं और वे (मिल मालिक) जो Sh5,900 हमें भुगतान करते हैं, उससे हमें बहुत कम लाभ मिलता है। गन्ने की कमी के कारण मिलें बंद होने से ठीक एक दिन पहले, खरीद मूल्य Sh6,100 था, फिर भी मिल मालिक शिकायत नहीं कर रहे थे।
केन्या नेशनल फेडरेशन ऑफ शुगर केन फार्मर्स के महासचिव साइमन वेसेचेरे ने कहा कि, मिल मालिकों की धमकियां व्यावहारिक नहीं है। उन्होंने कहा, किसी भी मिल मालिक के लिए यह कहना दिखावा है कि वह मुनाफा नहीं कमा रहा है। वे गन्ने से होने वाले लाभ को 50:50 के अनुपात में साझा करते हैं, जबकि अन्य देशों में मिल मालिकों को 30 प्रतिशत लाभ मिलता है, जबकि किसान 70 प्रतिशत लाभ घर ले जाते है।
आपको बता दे की, 24 अप्रैल, 2024 को न्यायमूर्ति जेयरस नगाह ने देश के 16 मिल मालिकों को गन्ना मूल्य निर्धारण समिति (एसपीसी) द्वारा निर्धारित Sh5,100 की शुरुआती कीमत से Sh5,900 पर एक टन गन्ना खरीदने का आदेश दिया। उन्होंने गन्ने की कीमत में गिरावट के पीछे के तर्क पर सवाल उठाया था।