कोल्हापुर: जिले में कांग्रेस के कद्दावर नेता, विधायक सतेज पाटिल और पूर्व एमएलसी महादेवराव महाडिक इन दो परिवारों के बीच फिर एक बार प्रतिद्वंद्विता देखने को मिल रही है। राजाराम सहकारी चीनी मिल के चुनाव के चलते दोनों ने सोमवार को एक -दूसरे के खिलाफ ताजा आरोप लगाए। राजाराम सहकारी चीनी मिल के लिए चुनाव अगले महीने होने वाला है। पूर्व एमएलसी महाडिक राजाराम चीनी मिल को 25 वर्षों से नियंत्रित कर रहे है। उनके प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस एमएलसी सतेज पाटिल, इस मिल में जीत हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
पाटिल के नेतृत्व में पैनल के उम्मीदवारों ने सोमवार को चुनाव के लिए नामांकन पत्र दायर किए। उन्होंने दावा किया कि, उनका पैनल सभी सीटों पर जीत जाएगा और महाडिक के नेतृत्व वाले पैनल को सत्ता से बाहर कर देगा। पाटिल ने कहा, पिछले 25 वर्षों में, महाडिक ने को – जनरेशन प्लांट स्थापित करने के बारे में कभी नहीं सोचा था, लेकिन अब वे अगले पांच वर्षों में एक का निर्माण करने का आश्वासन दे रहे है।उन्होंने आरोप लगाया की, मिल ने किसानों को हमेशा कम गन्ना मूल्य दिया।पाटिल ने दावा किया की, अन्य सहकारी चीनी मिलों की तुलना में लगभग 200 रुपये से 300 रुपये प्रति टन कम भुगतान किया गया है।
महादेवराव महाडिक ने अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। उनके बेटे और भाजपा के पूर्व विधायक अमल महाडिक ने आरोपों का खंडन किया। उन्होंने सतेज पाटिल के डी वाई पाटिल चीनी मिल के कामकाज पर सवालिया निशान खड़े किये।अमल महाडिक ने सतेज पाटिल को राजाराम मिल और डी वाई पाटिल मिल के पर बोलने के लिए सार्वजनिक रूप से आमने -सामने आने की चुनोती दी।