सातारा: चीनी मंडी
कृष्णा सहकारी चीनी मिल ने कराड और वालवा (जिला सांगली) तालुका के बाढ़ से प्रभावित गन्ना किसानों को राहत देने का काम किया है। मिल ने बाढ़ग्रस्त 634.70 हेक्टेयर गन्ने कि कटाई को प्राथमिकता दी है। मिल ने अभी तक 570.12 हेक्टेयर बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के गन्ने की कटाई हो चुकी है, और शेष 64.56 हेक्टेयर क्षेत्र के गन्ने की कटाई फरवरी महीनें के अंत तक पूरी हो जाएगी। पिछले साल बाढ़ ने कराड और वालवा तालुका में बड़ी क्षति पहुंचाई थी। दोनों तालुका में गन्ने की खेती को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था।
कराड तालुका के रेठरे बुद्रुक, शेनोली, कार्वे, सदाशिवगढ़, टेम्भू, घारेवाडी, आटके, वाठार, बेलवड़े बुद्रुक और वालवा तालुका में ताम्बवे, बहे, बोरगाव, रेठरे हरनाक्ष, बिचुद, नृसिंहपुर आदि गांवों की लगभग 635 हेक्टेयर गन्ना फसल बाढ से प्रभावित हुई थी। इससे गन्ने का वजन भी काफी कम हो गया था। बाढ़ की चपेट में आए किसानों को राहत देने के लिए मिल के अध्यक्ष डॉ. सुरेश भोसले ने गन्ना कटाई को प्राथमिकता देने का फैसला लिया था। जिससे किसानों को काफी राहत महसूस हुई।
आपको बता दे, इससे पहले राज्य में बाढ़ प्रभावित गन्ना किसानों ने कटाई नहीं होने के कारण नाराजगी जताई थी।
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