बारिश की कमी सिर्फ महाराष्ट्र नहीं बल्की अब कर्नाटक के किसानों के लिए भी चिंता का विषय बन गई है।
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गुरुवार को दिल्ली में गन्ना और चीनी आयुक्तों की ऑल इंडिया मीटिंग (All-India meeting) में कर्नाटक और महाराष्ट्र में सूखे जैसी स्थिति और जल संकट पर चर्चा की गई।
मीटिंग के दौरान यह बताया गया कि खराब दक्षिण-पश्चिम मानसून (southwest monsoon) के कारण, गन्ने की खेती का क्षेत्र कम हो गया है, जिसका असर गन्ना और चीनी उत्पादन पर पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक भारत का तीसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक है। भारत की लगभग 10 प्रतिशत चीनी मांग कर्नाटक द्वारा पूरी की जाती है।
बैठक में मौजूद कर्नाटक के अधिकारी ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया की इस साल कम बारिश के कारण पहले से ही गन्ना उत्पादन में 10-15 प्रतिशत की कमी है, और अगर यही स्थिति बनी रही तो और कमी और बढ़ सकती है।