लखीमपुर: उत्तर प्रदेश में चीनी सीजन जैसे जैसे समापन की ओर बढ़ रहा है, वैसे वैसे मिलों पर गना बकाया चुकाने का दवाब भी बढ़ रहा है। गन्ना बकाया को लेकर किसान कहते है की वे परेशान है, और गन्ना विभाग के अधिकारी भी यह सुनिश्चित कर रहे है की मिलें गन्ना बकाया जल्द से जल्द चूका दे।
दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर के मुताबिक, लखीमपुर के डीएम शैलेंद्र सिंह ने गन्ना विभाग के अधिकारियों व चीनी मिलों के प्रतिनिधियों के साथ गन्ना बकाया भुगतान एवं गन्ना सर्वेक्षण की समीक्षा की। उन्होंने गन्ना मूल्य भुगतान के लिए बजाज ग्रुप की चीनी मिल गोला, पलिया, खंभारखेड़ा एवं ऐरा चीनी मिल को कड़ी फटकार लगाई। और किसानों को बकाया भुगतान करने को कहा।
पको बता दे, कोरोना वायरस महामारी के कारण चीनी उद्योग पर काफी गहरा असर हुआ है। देशव्यापी लॉकडाउन के चलते घरेलू और वैश्विक बाजारों में चीनी बिक्री ठप हुई है, जिसका सीधा असर मिलों के राजस्व पर दिखाई दे रहा है। आइसक्रीम, कोल्डड्रिंक और चॉकलेट जैसे विविध प्रकार के उत्पादों के कन्फेक्शनरों और निर्माताओं से औद्योगिक इस्तेमाल के लिए मांग में गिरावट के कारण चीनी की बिक्री ठप है। इसके अलावा चीनी के उप-उत्पाद की बिक्री भी धीमी है। मार्च और अप्रैल में चीनी की बिक्री लॉकडाउन के कारण एक मिलियन टन कम थी। चीनी बिक्री न होने से चीनी मिलों के सामने गन्ना भुगतान करने की भी चिंता है।
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Sugar payment has not come last year what to do