वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गुरुवार को मेक्सिको को चेतावनी दी कि, अगर वह दशकों पुरानी विवादास्पद संधि के तहत टेक्सास को और पानी नहीं देता है, तो टैरिफ़ बढ़ाएंगे। ट्रम्प ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट किया की, मेक्सिको टेक्सास के किसानों से पानी चुरा रहा है और पिछले साल टेक्सास में एकमात्र चीनी मिल पानी की कमी के कारण बंद हो गई। उन्होंने दावा किया कि मेक्सिको 1944 के समझौते का उल्लंघन कर रहा है, जिसके तहत अमेरिका रियो ग्रांडे से प्रवाह के बदले कोलोराडो नदी से पानी साझा करता है, जो दोनों देशों के बीच सीमा का हिस्सा है।
ट्रम्प ने लिखा, जब तक मेक्सिको संधि का सम्मान नहीं करता, हम टैरिफ़ और शायद प्रतिबंधों सहित परिणामों को बढ़ाते रहेंगे। दोनों देशों के सीमा और जल आयोग के अनुसार, वर्तमान संधि चक्र अक्टूबर में समाप्त हो रहा है और मेक्सिको पर अमेरिका का 1.55 बिलियन क्यूबिक मीटर से अधिक बकाया है। मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने कहा कि उनकी सरकार “पानी की उपलब्धता की सीमा तक” चल रही सूखे की स्थिति में संधि का अनुपालन कर रही है।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि, उनकी सरकार ने अमेरिकी विदेश विभाग को एक “व्यापक प्रस्ताव” भेजा है। मुझे यकीन है कि, अन्य मामलों की तरह, एक समझौता हो जाएगा। वाशिंगटन ने 20 मार्च को कहा कि, उसने पहली बार पानी की विशेष आपूर्ति के लिए मैक्सिको के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है। मैक्सिको का कहना है कि, उसकी आपूर्ति में देरी रियो ग्रांडे बेसिन में दो दशकों के सूखे के कारण है। आपको बता दे की, 2020 में, उत्तरी राज्य चिहुआहुआ के किसानों ने सरकार को अमेरिका को जलाशय से पानी की आपूर्ति करने से रोकने के लिए एक बांध पर कब्जा कर लिया, जिसके कारण प्रदर्शनकारियों और नेशनल गार्ड के बीच झड़पें हुईं, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।