हरिद्वार: उत्तर प्रदेश की तरह उत्तराखंड में भी चीनी मिलों द्वारा पूर्ण गन्ना भुगतान नहीं किया गया। सरकार यह सुनिश्चित कर रही है की मिलें गन्ना किसानों का भुगतान जल्द से जल्द चूका दे। उत्तराखंड की लिब्बरहेड़ी चीनी मिल भी गन्ना भुगतान कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी मिल द्वारा गन्ना भुगतान की सात करोड़ की धनराशि समिति के खाते में ट्रांसफर कर दी गई है। इलिब्बरहेड़ी मिल के इस फैसले से किसानों में ख़ुशी का माहोल है।
लिब्बरहेड़ी चीनी मिल के महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि, मिल पहले 29 फरवरी तक का भुगतान कर चुकी है। आठ मार्च तक के भुगतान के लिए सात करोड़ की धनराशि समिति के खाते में ट्रांसफर कर दी गई है। शेष तीन करोड़ की धनराशि भी एक-दो दिन में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
राज्य सरकार का कहना है की वे गन्ना बकाया भुगतान को लेकर काफी गंभीर है, जिसके कारण राज्य के कई मिलों द्वारा भुगतान भी किया जा रहा है। चीनी मिलों का कहना है की वे कोरोना संकट के कारण परेशान है। कोरोना के कारण चीनी बिक्री ठप है, जिसके चलते वे राजस्व की समस्या से जूझ रहे है और गन्ना बाकय भी चुकाने में विफल हुए है।
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