रादौर: महाराष्ट्र की तरह अब हरियाणा में भी गन्ना मूल्य को लेकर आंदोलन तुल पकडता नजर आ रहा है। भारतीय किसान संघ की महापंचायत में सरकार को गन्ने का 370 रुपये प्रति क्विटंल भाव घोषित करने के लिए किसानों ने 30 दिसंबर तक का समय दिया है। कांबोज धर्मशाला में शुक्रवार को आयोजित बैठक में यह मांग रखी गई। इतना ही नही मांग को पूरा न करने पर किसानों ने प्रदेश के सभी चीनी मिलों पर पांच जनवरी को ताले जड़ने की चेतावनी दी गई है। महापंचायत में पूर्व कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ के उपस्थिति में किसानों ने कहा की अगर मांग की गई गन्ने का मूल्य न मिला तो वे संघर्ष की बिगुल बजायेंगे।
गन्ना किसानों ने सरकार को उनकी मांग पूरा करने के लिए 10 दिसंबर तक का समय दिया है। 11 से 14 दिसंबर तक प्रदेश के सभी विधायकों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपे जाएंगें। मांग पूरी न होने पर 20 दिसंबर को किसान सभी विधायकों के आवास के बाहर गन्ने की होली जलाएंगे। इसके बाद भी यदि मांग पूरी न हुई तो सरकार को 30 दिसंबर तक का समय दिया जाएगा। किसान एक से चार जनवरी तक गन्ने की छिलाई बंद करने का अभियान चलाएंगे। पांच जनवरी को गन्ने की सप्लाई बंद कर सभी शुगर मिलों पर ताले जड़ देंगे। गन्ना मूल्य आंदोलन को लेकर प्रदेश की भाजप सरकार क्या एक्शन लेती है, इसपर किसान संगठन और किसानों की नजरें टिकी है।
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