बिजनौर: कोरोनोवायरस महामारी दो देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने चीनी मिलों, डिस्टीलरीज और गन्ना किसानों को लॉकडाउन के दौरान नार्म्स में थोड़ी राहत दी है।
सरकार ने उत्तर प्रदेश शुगर मिल्स एसोसिएशन की कुछ मांगों को स्वीकार किया है और उन्हें गन्ने के प्रोसेस करने के लिए राजस्थान से सल्फर और चूना जैसे कच्चे माल खरीदने और गन्ने से बने उत्पादों को बाजारों तक पहुंचाने की अनुमति दी है।
खबरों के मुताबिक राज्य के कई चीनी मिलों में कच्चे माल की कमी हो गई है। और गन्ने अभी खेतों में ही खड़े हैं। इस बारे में शुगर एसोसिएशन ने सरकार को यह मांग करते हुए लिखा था कि गन्ने की कटाई जारी रहे और मजदूरों को खेतों और चीनी मिलों तक जाने दिया जाए।
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, बिजनौर के जिला मजिस्ट्रेट रमाकांत पांडे ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि मिलों को अपने उत्पाद का परिवहन करने और निर्धारित केंद्रों पर गन्ना खरीदने की अनुमति दी गई थी। इसके अलावा, मजदूरों को गन्ना खेतों में जाने और किसानों को अपने गन्ना खरीद केंद्रों और मिल गेटों पर लाने की अनुमति दी गई।
इसके अलावा, राज्य सरकार ने किसानों और मजदूरों को काम करते समय कोरोनावायरस से सावधानी बरतने की भी अपील की है।
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