लोकसभा चुनाव: अमित शाह ने उठाया सहकारी चीनी मिलों का मुद्दा

सांगली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी/राकांपा (शरद पवार गुट) के नेता शरद पवार पर कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि, महाराष्ट्र में अधिकांश सहकारी (कोऑपरेटिव) चीनी मिलें क्यों बंद हो गईं। शाह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार संजय काका पाटिल के समर्थन में सांगली के वीटा में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित कर रहे थे।

रैली को संबोधित करते हुए मंत्री शाह ने कहा कि, शरद पवार पश्चिमी महाराष्ट्र के चीनी क्षेत्र से आते हैं। मैं महाराष्ट्र में सहकारी आंदोलन के बारे में सवाल उठाना चाहता हूं। राज्य में 202 सहकारी चीनी मिलें थीं, जिनमें से अब केवल 101 ही बची हैं। इतनी सारी सहकारी मिलें क्यों बंद हो गईं? खासकर जब आप (शरद पवार) 10 साल तक कृषि मंत्री थे।आपने क्या किया?

केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने यह भी कहा कि, राज्य में 34 जिला सहकारी बैंक थे जिनमें से अब केवल तीन से चार ही बचे है, शेष प्रशासकों द्वारा चलाये गये। शाह ने पूछा, बैंक प्रशासकों द्वारा क्यों चलाए जा रहे थे? शाह ने बताया कि, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने सहकारी चीनी मिलों का 15,000 करोड़ रुपये का आयकर माफ कर दिया है। मंत्री शाह ने आगे कहा कि, सांगली में टेंभू और म्हैसाळ सिंचाई परियोजनाएं लंबे समय से लंबित थीं। एक बार जब भाजपा महाराष्ट्र में सत्ता में आई, तो उसने दोनों परियोजनाओं के लिए भारी धनराशि जारी की, जिसके कारण सांगली में भूमि का विशाल क्षेत्र अंततः सिंचाई के अंतर्गत आ गया।

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