इंदौर : पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (MPPKVVCL) ने इंदौर-उज्जैन डिवीजन में 2022 की तुलना में पिछले कैलेंडर वर्ष में औद्योगिक उपयोग के लिए लगभग 90 करोड़ यूनिट बिजली आपूर्ति में वृद्धि दर्ज की है।MPPKVVCL के एमडी अमित तोमर के अनुसार, मुख्य रूप से इंदौर, धार, देवास, उज्जैन और रतलाम के उद्योगों ने पिछले कैलेंडर वर्ष में बिजली की मांग में काफी वृद्धि दर्ज की, जिसे 2022 की तुलना में ‘अतिरिक्त’ 90 करोड़ यूनिट की आपूर्ति करके पूरा किया गया।
उन्होंने कहा, 2022 में, 661 करोड़ यूनिट बिजली की औद्योगिक मांग पूरी हुई, जो 2023 में एक कैलेंडर वर्ष में लगभग 90 करोड़ यूनिट की वृद्धि के साथ बढ़कर 751 करोड़ यूनिट हो गई।उन्होंने कहा, पिछले दो माह में 21 नये उद्योगों को उच्च दाब विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराये गये हैं, जिन पर राज्य शासन की उद्योगों के लिये नीति के तहत पात्रतानुसार छूट एवं अन्य लाभ दिये गये है।
तोमर ने शुक्रवार को इंदौर-उज्जैन संभाग के सभी 15 जिलों में बिजली आपूर्ति के कामकाज की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को बिजली ट्रिपिंग कम करने और समय पर राजस्व वसूली के प्रयास करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा, आजकल, किसी भी परिवार से एक महीने में 100 यूनिट से कम बिजली का उपयोग करने की उम्मीद नहीं की जाती है और यदि कोई उपभोक्ता इससे कम खपत की रिपोर्ट कर रहा है, तो फील्ड स्टाफ को इसकी जांच करनी चाहिए। क्षतिग्रस्त या खराब मीटरों को तुरंत बदला जाना चाहिए।