शामली, उत्तर प्रदेश: किसानों का कहना है की शामली चीनी मिल द्वारा भुगतान में देरी से गन्ना किसानों को काफी आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मिल प्रबंधन भुगतान करने में विफल साबित हुआ है।
अमर उजाला में प्रकाशित खबर के अनुसार, नया और पुराना बकाया गन्ना भुगतान की माग को लेकर शामली गन्ना सहकारी समिति कार्यालय में किसानों की पंचायत हुई। इसमें मिल के अफसर बकाया गन्ना भुगतान को लेकर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। पंचायत के संयोजक संजीव शास्त्री लिलौन ने कहा कि, यदि चार अगस्त तक शामली मिल ने किसानों का संपूर्ण गन्ना भुगतान नहीं किया तो आगामी पांच अगस्त को महापंचायत करके रणनीति तैयार की जाएगी।
पंचायत में शामली मिल के गन्ना महाप्रबंधक बलधारी सिंह, उपमहाप्रबंधक, दीपक राणा, सतीश बालियान, शामली गन्ना सहकारी समिति के सचिव ओमप्रकाश सिंह पहुंचे। पंचायत के संयोजक संजीव शास्त्री लिलौन ने चीनी मिल के अफसरों से नया और पुराना 214 करोड़ रुपये का भुगतान किए जाने की मांग उठाई।गन्ना महाप्रबंधक बलधारी सिंह ने कहा कि, नया गन्ना भुगतान अगस्त माह में किया जायेगा। वर्ष 2022-23 के बकाया का बकाया गन्ना भुगतान किए जाने का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस पर पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी चार अगस्त तक नया और पुराना बकाया गन्ना भुगतान न किए जाने पर आगामी पांच अगस्त को महा पंचायत की जाएगी।