मुंबई: महाराष्ट्र में पेराई सत्र अंतिम चरण में पहुँच चूका है। कोल्हापुर और सोलापुर विभाग की चीनी मिलों ने पेराई सत्र बंद कर दिया है।
इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ के अनुसार, महाराष्ट्र का चीनी सीजन 31 मई को समाप्त होने की उम्मीद है। चीनी आयुक्तालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 15 अप्रैल, 2021 तक 188 चीनी मिलों ने पेराई सत्र में हिसा लिया। राज्य में 993.74 लाख टन गन्ने का पेराई कर 1041.54 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन किया गया है। राज्य में औसत चीनी रिकवरी 10.48 प्रतिशत है।
पिछले अनुमानों के विपरीत, महाराष्ट्र में 105-07 लाख टन चीनी उत्पादन होने की उम्मीद है। गन्ने की उपलब्धता और पेराई की तिथि के आधार पर, महाराष्ट्र का गन्ना पेराई सत्र 100 दिनों से अधिक होने की उम्मीद है। ज्यादा गन्ना उत्पादन होने से औसतन मिलों ने अपने पेराई सत्र को 120 और 130 दिनों के बीच बढ़ाया है। दिलचस्प बात यह है कि, सूखाग्रस्त मराठवाड़ा क्षेत्र की मिलें सबसे आखिर में बंद होगी। कोल्हापुर और सोलापुर में चीनी मिलों ने पहले ही अपना सीजन समाप्त कर दिया है। पुणे और सतारा में अधिकांश मिलों ने या तो अपने सीज़न को समाप्त कर दिया है या वे अपने सीज़न के अंतिम चरण में हैं। राज्य में 140 मिलों ने पहले ही अपना सीजन समाप्त कर दिया है।