पुणे : 2023-24 सत्र में महाराष्ट्र की चीनी मिलों ने गन्ना किसानों को उचित एवं लाभकारी मूल्य (एफआरपी) का भुगतान करने के मामले में बेहतर प्रदर्शन किया है।चीनी आयुक्तालय के आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 सत्र के गन्ना पेराई कार्यों में शामिल 208 चीनी मिलों में से 200 मिलों ने 30 सितंबर, 2024 तक अपने गन्ने के बकाये का 100 प्रतिशत भुगतान कर दिया है। अन्य सात मिलों ने बकाया राशि का 80% से 99.99% भुगतान कर दिया है, जबकि एक मिल ने 0% से 60% तक एफआरपी का भुगतान किया है।
राज्य की चीनी मिलों ने गन्ना किसानों को देय कुल बकाया राशि में से 36,699 करोड़ रुपये (एचएंडटी सहित वास्तविक एफआरपी का भुगतान) (99.85 प्रतिशत) का भुगतान कर दिया है। हालांकि, किसानों को 54 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान किया जाना बाकी है।सरकार ने 2023-24 सत्र में राजस्व एवं वसूली प्रमाण पत्र (आरआरसी) के तहत 11 चीनी मिलों के खिलाफ कार्रवाई की है। चीनी सत्र 2023-24 में कुछ चीनी मिलों ने एफआरपी से अधिक गन्ना बिल का भुगतान किया है।