कोल्हापुर (महाराष्ट्र): राज्य में इस वर्ष पेराई सीजन 1 नवंबर, 2023 से शुरू होने की संभावना है। अगले दो-तीन दिनों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में मंत्रियों की समिति की बैठक होगी। इस बैठक में पिछले सीजन का बकाया भुगतान और इस साल गन्ने की कुल उपलब्धता की समीक्षा की जाएगी। इस बैठक में पेराई सीजन की तारीख तय की जाएगी। वरिष्ठ सूत्रों द्वारा ‘चीनीमंडी’ को दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य सरकार 1 नवंबर 2023 से पेराई सीजन शुरू करने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
चीनी सीजन की शुरुआत को लेकर दो अलग-अलग विचारधाराएँ…
राज्य में चीनी सीज़न की शुरुआत को लेकर दो अलग-अलग विचारधाराएं हैं। कुछ के अनुसार गन्ने के कम उत्पादन और चारे के रूप में इसके उपयोग को देखते हुए पेराई सीजन 15 अक्टूबर से शुरू करने की जरूरत है। वहीं, कुछ का कहना है की सीजन जल्दी शुरू होने से रिकवरी कम मिलने की संभावना है और इससे किसानों व फैक्ट्रियों को नुकसान होने की संभावना है, इसलिए सीजन 15 नवंबर से शुरू होना चाहिए। समझा जाता है कि, राज्य सरकार बारिश की स्थिति, संभावित गन्ना उत्पादन और पड़ोसी राज्य कर्नाटक के पेराई सीजन की तारीख को ध्यान में रखते हुए 1 नवंबर, 2023 से सीजन शुरू करने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
बारिश की कमी से गन्ना उत्पादन पर असर…
बारिश की कमी से राज्य में गन्ना उत्पादन में गिरावट होने का अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा है। जिससे पिछले सीजन की तुलना में चीनी उत्पादन में कमी आएगी। बारिश की कमी के कारण गन्ने का क्षेत्रफल कम होने, विभिन्न चीनी मिलों की बढ़ी हुई पेराई क्षमता के कारण इस साल गन्ना पेराई सत्र केवल तीन महीने तक चलने की संभावना है। राज्य की मिलों ने 2022-23 सीज़न में 10.5 मिलियन टन का उत्पादन किया था, लेकिन इस साल गन्ना और चीनी उत्पादन में कमी आने की आशंका है।
WISMA की 15 अक्टूबर से सीजन शुरू करने की मांग…
वेस्ट इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (WISMA) ने राज्य सरकार से 15 अक्टूबर से पेराई सीजन शुरू करने की मांग की है। WISMA ने इस साल उत्पादन में 15 से 18 फीसदी की गिरावट की आशंका जताई है। इसके अलावा राज्य के कई जिलों में गुड़ इकाइयां और खांडसारी की शुरुआत की गई है। कई किसान अपना गन्ना गुड़ इकाइयों और खांडसारी को भेज रहे हैं। WISMA के अनुसार, यदि राज्य में पेराई सीजन देर से शुरू होता है, तो कुछ किसान तब तक अपनी फसल बेचने के लिए अन्य विकल्प अपना सकते हैं। इसका असर चीनी मिलों पर पड़ सकता है, और इसलिए WISMA ने 15 अक्टूबर से पेराई सीजन शुरू करने की मांग की है।
विशेषज्ञों के मुताबिक 15 नवंबर से सीजन शुरू करना सुविधाजनक…
कर्नाटक सरकार ने इस साल 1 नवंबर से पेराई मौसम शुरू करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में हर साल 15 अक्टूबर के आसपास पेराई मौसम शुरू होता है। हालाँकि, इस वर्ष स्थिति अलग है। पिछले सीजन की तुलना में गन्ने की उपलब्धता 15 से 20 फीसदी कम है। बारिश की कमी के कारण गन्ने की बढ़वार उतनी नहीं हो पायी है, जितनी होनी चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है की यदि सीजन अक्टूबर में शुरू होगा तो अपरिपक्व गन्ना भी फैक्ट्रियों में पहुंचेगा। परिणामस्वरूप, उपज में कमी से किसानों और मिलों को नुकसान होगा। चीनी उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि, अगर सीजन 15 नवंबर से शुरू होता है, तो गन्ना श्रमिकों की कोई कमी नहीं होगी, और अच्छा गन्ना पेराई के लिए आएगा। संभावना है कि राज्य सरकार दोनों विचारधाराओं को ध्यान में रखकर अपना फैसला लेगी।