महाराष्ट्र में गन्ना पेराई ने रफ्तार पकड़ ली है लेकिन चीनी उत्पादन पिछले सीजन के मुकाबले अब तक कम है। राज्य में सबसे ज्यादा चीनी उत्पादन पुणे विभाग, फिर कोल्हापुर विभाग और तीसरे स्थान पर सोलापुर विभाग और चौथे नंबर पर अहमदनगर विभाग है।
चीनी आयुक्तालय के आकड़ों के मुताबिक, सीजन 2023-24 में 18 दिसंबर, 2023 तक अहमदनगर विभाग में कुल मिलाकर 25 चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी है। जिसमे 14 सहकारी एवं 11 निजी चीनी मिलें शामिल है, और 40.84 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। अहमदनगर विभाग में अब तक 34.45 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। विभाग में फ़िलहाल औसत चीनी रिकवरी 8.44 प्रतिशत है।
महाराष्ट्र में अब तक सबसे ज्यादा सोलापुर विभाग में 45 चीनी मिलों ने पेराई सत्र चालू किया है। चीनी आयुक्तालय के आकड़ों के मुताबिक, 18 दिसंबर, 2023 तक सोलापुर विभाग में फिलहाल 69.73 लाख टन गन्ना पेराई कर 54.87 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया है। और यहाँ चीनी रिकवरी 7.87 प्रतिशत है।
राज्य में सबसे कम अमरावती विभाग में चीनी मिलों ने पेराई शुरू किया है। अमरावती विभाग में 2 चीनी मिलों ने पेराई सत्र शुरू किया है।
अगर पुरे राज्य की बात करे तो, चीनी आयुक्तालय के आकड़ों के मुताबिक, सीजन 2023-24 में 18 दिसंबर, 2023 तक महाराष्ट्र में कुल मिलाकर 191 चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी है। जिसमे 93 सहकारी एवं 98 निजी चीनी मिलें शामिल है, और 316.48 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। राज्य में अब तक लगभग 270.34 लाख क्विंटल (27.03 लाख टन) चीनी का उत्पादन किया गया है। राज्य में फ़िलहाल औसत चीनी रिकवरी 8.54 प्रतिशत है।