कोल्हापुर : गन्ना मूल्य वृद्धि को लेकर पिछले दो माह से चल रहा स्वाभिमानी शेतकरी संगठन का धरना गुरुवार शाम सात बजे समाप्त हो गया। अब राज्य के महत्वपूर्ण गन्ना उत्पादक जिलों कोल्हापुर, सांगली और सतारा में शुक्रवार (24 नवंबर) से पेराई में तेजी आ गई है। हालांकि, चीनी आयुक्तालय द्वारा जारी 22 नवंबर 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले सीजन की तुलना में चीनी उत्पादन में 6 लाख टन की कमी आई है।
राज्य में 90 लाख टन चीनी उत्पादन की संभावना: एग्रीमंडी लाइव
राज्य में पेराई लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाली 217 चीनी मिलों में से 154 चीनी मिलों ने सीजन शुरू कर दिया है। शुक्रवार से कोल्हापुर और सांगली जिलों की कुछ चीनी मिलों को इसमें जोड़ा जाएगा। ‘एग्रीमंडी लाइव’ के अनुमान के मुताबिक, राज्य में इस साल 90 लाख टन चीनी का उत्पादन हो सकता है।बारिश की कमी से गन्ने की वृद्धि प्रभावित हुई है और इसका सीधा असर चीनी उत्पादन पर पड़ता दिख रहा है।
राज्य में अब तक 105 लाख टन गन्ने की पेराई…
22 नवंबर के अंत तक प्रदेश में 154 चीनी मिलें शुरू हो चुकी हैं। इसमें 76 सहकारी और 78 निजी चीनी मिलें शामिल हैं। पिछले वर्ष इसी अवधि में 183 मिलें शुरू हुई थी। इसमें 91 सहकारी और 92 निजी चीनी मिलें शामिल थीं। इन मिलों ने 166 लाख टन गन्ने की पेराई कर 14 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था।जबकि,इस साल 154 मिलों ने 105 लाख टन गन्ने की पेराई कर 8 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है।
पेराई में सोलापुर आगे, रिकवरी में पीछे….
कोल्हापुर मंडल में 22 चीनी मिलें (14 सहकारी और 8 निजी) कार्यरत हैं और उन्होंने 14.13 लाख टन गन्ने की पेराई करके 11.65 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। औसत रिकवरी दर 8.24 फीसदी है। पुणे डिवीजन में 22 चीनी मिलों (15 सहकारी और 7 निजी) ने 22.66 लाख टन गन्ने की पेराई की है और 8.16 की औसत रिकवरी के साथ 18.48 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। सोलापुर मंडल में राज्य में सबसे अधिक 38 चीनी मिलें (13 सहकारी और 25 निजी) शुरू हुई हैं। इन चीनी मिलों ने 24.3 लाख टन गन्ने की पेराई करके 17.74 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। हालांकि, औसत रिकवरी 7.3 प्रतिशत है।
औरंगाबाद मंडल रिकवरी राज्य में सबसे पीछे…
अहमदनगर संभाग में 21 चीनी मिलें (12 सहकारी और 9 निजी) शुरू की गई हैं। उन्होंने 15.53 लाख टन गन्ने की पेराई की है और 7.5 प्रतिशत की औसत रिकवरी के साथ 11.64 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। औरंगाबाद मंडल में 22 चीनी मिलें (13 सहकारी और 9 निजी) चल रही हैं और अब तक 12.52 लाख टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है। चिंता की बात यह है कि, औरंगाबाद संभाग में चीनी रिकवरी राज्य में सबसे कम यानी 6.61 है और चीनी का उत्पादन 8.27 लाख क्विंटल हुआ है।
नांदेड़ संभाग में 15.12 लाख टन गन्ना पेराई पूरी…
नांदेड़ संभाग में 27 चीनी मिलें (9 सहकारी और 18 निजी) शुरू की गई हैं और 15.12 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और औसत रिकवरी 7.62 है। इस मंडल में 11.52 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ है। अमरावती संभाग में केवल 2 निजी चीनी मिलें शुरू हुई हैं और उन्होंने 1.37 लाख टन गन्ने की पेराई करके 1.13 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। दिलचस्प बात यह है कि, राज्य में सबसे ज्यादा 8.25 प्रतिशत रिकवरी अमरावती संभाग की है। नागपुर संभाग में कोई भी चीनी मिल शुरू नहीं हुई है।
पेराई मौसम पर बेमौसम बारिश के बादल…
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 23 नवंबर से 27 नवंबर के बीच कोंकण और गोवा सहित महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की भविष्यवाणी की है। आईएमडी पुणे के मौसम विभाग के प्रमुख अनुपम कश्यपी के अनुसार, तेज पूर्वी लहरों के कारण कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में बारिश होने की संभावना है। 23 से 27 नवंबर तक क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिम महाराष्ट्र के पुणे में 24 से 27 नवंबर के बीच गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। अगर पश्चिमी महाराष्ट्र में बारिश होती है तो कटाई के मौसम में व्यवधान आ सकता है।