मुंबई : चीनी मंडी
महाराष्ट्र कैबिनेट ने बुधवार को जालना जिले में वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (वीएसआई) को 51 हेक्टेयर जमीन आवंटित करने को मंजूरी दी। पुणे जिले में स्थित वीएसआई संस्थान, गन्ने के अनुसंधान और विस्तार पर काम करता है। पिछले महीने हुई ‘वीएसआई’ कि वार्षिक आम बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से जालना जिले में जमीन आवंटित करने का आग्रह किया था। ‘वीएसआई’ पिछले पांच वर्षों से भूमि आवंटन के लिए प्रयत्नशील था। ठाकरे, जो ‘वीएसआई’ की वार्षिक आम बैठक में उपस्थित थे, उन्होंने भूमि आवंटन का आश्वासन दिया था। जिसे बुधवार को कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दी।
सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्री और ‘वीएसआई’ के सदस्य राजेश टोपे ने बताया की, ‘वीएसआई’ की स्थापना सहकारी चीनी मिलों के गन्ना उत्पादक सदस्यों द्वारा 1975 में की गई है। ‘वीएसआई’, गन्ना उत्पादक किसानों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए उन्हें नई और अत्याधुनिक तकनीकें प्रदान करता है, जो गन्ने / गन्ने से संबंधित व्यापार या उद्योग के संबंध में अनुसंधान और अन्य वैज्ञानिक कार्यों को करने में मदद करता है। टोपे ने कहा कि, महाराष्ट्र का चीनी उद्योग सालाना लगभग 4,000 करोड़ रुपये के करों का योगदान देता है। जालना जिले में भी ‘वीएसआई’ अकादमिक, विस्तार और अनुसंधान में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
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