पुणे: महाराष्ट्र में 15 अक्टूबर से 2021-22 सीजन का गन्ना पेराई सत्र शुरू हुआ है, और इस सीजन में रिकॉर्ड चीनी उत्पादन की संभावना जताई जा रही है।
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने इस सीजन में रिकॉर्ड चीनी उत्पादन की संभावना जताई है। गायकवाड़ ने कहा कि, गन्ने की खेती का रकबा इस साल 2020-21 सीजन के 11.42 लाख हेक्टेयर से बढ़कर लगभग 12.5 लाख हेक्टेयर हो गया है। उन्होंने कहा, इस साल गन्ने का रकबा अब तक का सबसे ज्यादा रकबा है। महाराष्ट्र ने इससे पहले 12.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की खेती दर्ज नहीं की है, और फसल की गुणवत्ता भी अच्छी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस पेराई सत्र में एक सौ पचपन चीनी मिलों ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 172 को अब तक लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं, जिनमें से 131 ने पेराई शुरू कर दी है। गायकवाड़ ने कहा, हमने उन मिलों को लाइसेंस नहीं दिया है, जिन्होंने एफआरपी का भुगतान नहीं किया है।
इस पेराई सत्र के लिए 14 नवंबर तक 62 सहकारी और 69 निजी चीनी मिलें चालू हो गई हैं। अब तक कुल 97.71 लाख मीट्रिक टन गन्ने की पेराई की जा चुकी है और 83.61 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया जा चुका है। रिकवरी रेट 8.56% है।