महाराष्ट्र: गन्ना कटाई के लिए दूसरे राज्यों के हार्वेस्टर लाने का फैसला

पुणे : नेशनल फेडरेशन ऑफ को ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (NFCSF) ने महाराष्ट्र में 90 लाख टन गन्ने की कटाई के लिए कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु और अन्य राज्यों से गन्ना हार्वेस्टर लाने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में गन्ना पेराई का मौसम लगभग खत्म हो चुका है और गन्ना काटने वाले अपने गांवों को लौट गए हैं लेकिन करीब 90 लाख टन गन्ना अभी भी खेतों में पड़ा हुआ है। गन्ना कटरों की अनुपस्थिति में, NFCSF ने अन्य राज्यों में मिलों से हार्वेस्टर उपलब्ध कराने का अनुरोध करने का निर्णय लिया है।

महाराष्ट्र में इस सीजन में गन्ना और चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है, जिसने अपने प्रतिस्पर्धी उत्तर प्रदेश को भी चीनी उत्पादन में पीछें छोड़ दिया है। 2021-22 के मौजूदा सीजन के दौरान महाराष्ट्र सबसे अधिक गन्ने की पेराई कर रहा है और अब तक की सबसे अधिक मात्रा में चीनी का उत्पादन कर रहा है।

द हिन्दू बिजनेस लाइन में प्रकाशित खबर के मुताबिक, NFCSF के अध्यक्ष जयप्रकाश दांडेगांवकर ने रविवार को चीनी उद्योग के दिग्गजों के साथ बैठक की और उनसे महाराष्ट्र में मशीनें भेजने का अनुरोध किया। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के तीन जिलों जालना, परभणी और हिंगोली में गन्ने की अधिकता की समस्या गंभीर है। साथ ही राज्य के अन्य हिस्सों में भी गन्ना खेतों में खड़ा है। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में मिलर्स अपने-अपने राज्यों में काम पूरा करने के बाद महाराष्ट्र को गन्ना हार्वेस्टर प्रदान करेंगे। साथ ही, महाराष्ट्र के जिन जिलों में कटाई पूरी हो चुकी है, वहां गन्ना हार्वेस्टर को उन क्षेत्रों में लाया जाएगा जहां गन्ने की अधिक समस्या है।

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