मुंबई : महाराष्ट्र के चीनी उद्योग की आर्थिक स्थिति और तरक्की की राह पर ले जाने के लिए प्रयास किये जा रहे है। इसी संबंध में बैठकों का दौर चल रहा है।
महाराष्ट्र के सहकारिता विभाग ने गुरुवार को बैठक की जिसमें चीनी उद्योग के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में हिस्सा लेने वाले राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि, खासतौर पर चीनी मिलों के इथेनॉल परियोजनाओं को वित्तीय सहायता पर बैठक में चर्चा हुई। बैठक में राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, सहकारिता मंत्री बालासाहेब पाटिल और जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल उपस्थित थे। साथ ही नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (NABARD), स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक के अधिकारी और चीनी यूनियन के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
बैठक के बारें में शरद पवार ने ट्विटर पर भी जानकारी साझा की। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “हमने मुख्य रूप से बैठक में तीन मुद्दों पर चर्चा की। इथेनॉल परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता, चीनी मिलों को वित्तीय सहायता और ऋण का पुनर्गठन।”
Attended a meeting convened by the co-operation department of state today to discuss the issues faced by the sugar industries in #Maharashtra with the officials of NABARD, State Co-operative Bank and Sugar Union. @AjitPawarSpeaks @Jayant_R_Patil pic.twitter.com/sszIP3PBnr
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) October 8, 2020
पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री ने बैठक के दौरान नाबार्ड के अधिकारियों को राज्य में चीनी उद्योग द्वारा सामना किए जा रहे “संकट” को हल करने के लिए सभी मुद्दों की जांच करने के उनके आश्वासन के लिए उनको धन्यवाद दिया।
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