मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने 2023-24 के गन्ना पेराई सत्र में molasses के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है, जो राज्य सरकार के लिए राजस्व का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। कम बारिश के चलते इस पेराई सीजन में राज्य को गन्ना उत्पादन में 15 फीसदी की गिरावट की आशंका है। पेराई सत्र 2023-24 (अक्टूबर-सितंबर) के बारे में गुरुवार को हुई मंत्री समिति की बैठक में कई अहम फैसले लिए गये।
चीनी आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवारने कहा, 2023-24 का पेराई सत्र 1 नवंबर से शुरू होगा। गुड़ उत्पादन इकाइयों को भी नियमन के दायरे में लाने का निर्णय लिया गया है। चीनी विनिर्माण के उप-उत्पाद molasses का उपयोग एथेनॉल के उत्पादन के लिए भी किया जाता है, जो देश के एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम के लिए आवश्यक है, ऐसे समय में जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं। चीनी उद्योग को गन्ना नियंत्रण आदेश द्वारा नियंत्रित किया जाता है, और चीनी मौसम शुरू होने की आधिकारिक तारीख से पहले कोई भी मिल चीनी उत्पादन शुरू नहीं कर सकती है।