मुंबई: चीनी उद्योग को एक बड़ी राहत देते हुए, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को घोषणा की कि राज्य सरकार लगभग 900 हार्वेस्टर की खरीद के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी। शिंदे पुणे स्थित वसंतदादा शुगर इंस्टिट्यूट की 46 वीं वार्षिक आम बैठक में बोल रहे थे। चीनी उद्योग द्वारा विशेष रूप से गन्ना काटने वाले मजदूरों की उपलब्धता में कमी और कटाई में उच्च लागत के मद्देनजर हार्वेस्टर की खरीद के लिए मदद की मांग की गई थी।
सीएम शिंदे ने कहा, सरकार ने हमेशा चीनी मिलों का समर्थन किया है। सरकार भविष्य में भी चीनी मिलों की दिक्कतों को दूर करने का काम करेगी। सरकार ने चीनी उद्योग के साथ-साथ किसानों की बुनियादी समस्याओं को हल करने की कोशिश की है। शिंदे ने कहा, किसानों की समस्याओं का समाधान करते हुए 18 सिंचाई परियोजनाओं का शुभारंभ किया जा रहा है, जिससे ढाई लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि की सिंचाई होगी।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि राज्य सरकार एथेनॉल उत्पादन को प्रोत्साहित करेगी। सरकार की नीति एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देना है, जो चीनी उद्योग को बढ़ावा देगा। राज्य में पहले से ही 106 मिलों ने एथेनॉल उत्पादन शुरू कर दिया है। शिंदे ने कहा, राज्य में चीनी का अधिशेष उत्पादन है, कारखानों को चीनी के निर्यात और अन्य राज्यों को चीनी की बिक्री के प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि, किसानों को गन्ने के अलावा बागवानी विकास और कपास और सोयाबीन की बुआई बढ़ाने पर भी ध्यान देना चाहिए। राज्य सरकार गन्ने के लिए ड्रिप सिंचाई के उपयोग को बढ़ाने का प्रयास कर रही है। इससे चीनी मिलों को कम क्षेत्र और कम पानी में गन्ना उपलब्ध कराना संभव होगा।