पुणे/कोल्हापुर: स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के संस्थापक एवं पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने कहा की, चीनी आयुक्त कार्यालय के अनुसार राज्य में गन्ना किसानों का 2349 करोड़ रुपये मिलों द्वारा भुगतान बकाया है, लेकिन वास्तविकता में मिलों पर लगभग 7,000 करोड़ रुपये का एफआरपी बकाया है।उन्होंने कहा, भुगतान में विफल चीनी मिलों पर आरआरसी कार्रवाई करके किसानों के खातों में जल्द से जल्द बकाया भुगतान किया जाना चाहिए।
उन्होंने चीनी आयुक्त सिद्धराम सालिमठ से अपील की कि, अगले आठ दिनों में चीनी आयुक्त चीनी मिलों को आरआरसी जारी कर प्रदेश के सभी गन्ना किसानों को 15 प्रतिशत ब्याज के साथ 7,000 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने के निर्देश दिए जाए। राजू शेट्टी ने चेतावनी दी कि, यदि मिलों पर आरआरसी कार्रवाई नहीं की गई तो चीनी आयुक्त कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
राजू शेट्टी ने गन्ना किसानों को एकमुश्त एफआरपी प्रदान करने के पिछले सप्ताह उच्च न्यायालय के फैसले के बाद राज्य में लंबित एफआरपी के संबंध में मंगलवार को पुणे में चीनी आयुक्त से मुलाकात की। बैठक में बकाया एफआरपी के साथ-साथ कटिंग, रिकवरी चोरी, कांटों की ऑनलाइन तौल, बकाया भुगतान की रकम 15 प्रतिशत ब्याज सहित वसूलने तथा राज्य में चीनी मिलों का सरकारी लेखा परीक्षक से लेखा परीक्षण कराने सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर पृथ्वीराज जाचक, एडवोकेट. योगेश पांडे, पुणे जिला अध्यक्ष प्रभाकर बांगर और स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।