बीड: जननेता गोपीनाथरावजी मुंडे गन्ना श्रमिक, ट्रांसपोर्टर्स ठेकेदार एसोसिएशन के क्षेत्रीय संयोजक तथा विधायक सुरेश धास ने कहा की, गन्ना कटाई के मौसम में श्रमिकों को गन्ना काटने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उनकी शारीरिक कठिनाइयों के साथ-साथ कई सामाजिक समस्याएँ भी हैं। रात-रात भर खेतों में गन्ना काटना पड़ता है। साथ ही सड़क पर चल रहे वाहनों के साथ चलना पड़ता है। उन पर सड़क दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। इसलिए गन्ना श्रमिकों के लिए दुर्घटना जीवन बीमा कराना आवश्यक है। इस साल पेराई का मौसम शुरू होने के बावजूद बीमा पॉलिसी का सवाल लंबित है। विधयक धस ने चेतावनी दी है की, अगर अगले आठ दिनों में मुद्दा हल नहीं हुआ, तो गन्ना काटने वाले श्रमिक ‘कोयता बंद’ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
विधायक धस आष्टी में आयोजित ठेकेदार असोसिएशन की संवाद बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि, राज्य में पेराई मौसम चल रहा है और गन्ना श्रमिकों के दुर्घटना बीमा का मुद्दा अभी तक हल नहीं हुआ है। चूंकि यह गन्ना श्रमिकों के जीवन का सवाल है, इसलिए आठ दिन के भीतर बीमा पॉलिसी निकाली जानी चाहिए। अन्यथा राज्य की सभी फैक्ट्रियों के गन्ना श्रमिक हड़ताल पर चले जायेंगे।इस अवसर पर संगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष सुखदेव सानप, बाबूराव केदार, सुरेश वनवे, शिवाजी पवार, तात्याराम हुले उपस्थित थे।