कोल्हापुर: स्वाभिमानी शेतकरी संगठन की ओर से, जयसिंगपुर में आयोजित गन्ना सम्मेलन में, 2023-2024 के पिछले फसल सत्र के लिए 200 रुपये की अंतिम किस्त और 2024-25 के वर्तमान फसल सत्र की पहली कटाई के लिए 3,700 रुपये प्रति टन की मांग की गई थी। अब चीनी मिलों का पेराई सत्र शुरू हुआ है, इसलिए स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के नेता राजू शेट्टी ने मांग की है कि गन्ने की कीमत तय करने के लिए अगले 15 दिनों में चीनी मिल मालिकों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की एक तत्काल संयुक्त बैठक बुलाई जानी चाहिए। शेट्टी ने राज्य के चीनी आयुक्त डॉ. कुणाल खेमनार को अपनी मांगो का आवेदन सौंपा।
शेट्टी ने कहा कि, बाढ़ और विधानसभा चुनाव के कारण पेराई सीजन देरी से शुरू होने से किसानों को नुकसान होगा। गर्मी के समय मजदूरों तथा गन्ना काटने वाली मशीन मालिकों द्वारा किसानों का आर्थिक शोषण किया जाता है। गन्ना कटाई के लिए किसानों से प्रति एकड़ 5 से 10 हजार रुपये की मांग की जाती है। शेट्टी ने गन्ना कटाई के वक़्त किसानों का आर्थिक शोषण रोकने की मांग की गई है। शेट्टी ने दावा किया की, चीनी मिलों को ट्रांसपोर्टेशन छोड़कर 3700 रुपए की पहली किश्त की घोषणा करने में कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने चीनी आयुक्त खेमनार से अपनी मांगो पर चर्चा करने के लिए तत्काल बैठक बुलाने की मांग की।
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