सरकार द्वारा उठाये गए क़दमों से देश में एथेनॉल उत्पादन क्षमता में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। और अब देश के कई राज्यों में एथेनॉल उत्पादन क्षमता राज्य की जरूरत से अधिक हो गई है।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (DFPD) के मुताबिक, भारत का EBP कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, सिक्किम, बिहार, और मध्यप्रदेश में एथेनॉल उत्पादन क्षमता राज्य की जरूरत से अधिक हो गई है, जिससे न केवल ऊर्जा आत्मनिर्भरता बढ़ रही है, बल्कि किसानों को भी सशक्त किया जा रहा है। ये राज्य अन्य छोटे राज्यों को भी एथेनॉल आपूर्ति में सहयोग कर रहे हैं।
DFPD के अनुसार, भारत की एथेनॉल उत्पादन क्षमता 2017-18 में 518 करोड़ लीटर से बढ़कर 2023-24 में 1,623 करोड़ लीटर (31 अगस्त 2024 तक) हो गई है, जो हरित भविष्य को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आपको बता दे, 2025 तक देश में 20 प्रतिशत एथेनॉल ब्लेंडिंग का लक्ष्य है। अगस्त में पेट्रोल में एथेनॉल मिश्रण 15.8 प्रतिशत तक पहुंच गया और नवंबर 2023 से अगस्त 2024 के दौरान संचयी एथेनॉल मिश्रण 13.6 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
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