सतारा: हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जिले की राजनीति में चीनी मिलर्स का दबदबा रहा है। जिले के आठ विधानसभा क्षेत्रों में से छह पर चीनी मिलों से जुड़े नेताओं ने जीत हासिल की है। इन छह विधायकों में से कुछ फैक्ट्रियों के अध्यक्ष हैं तो कुछ निदेशक। अतीत में भी कई मिलर्स लोकसभा और विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। पहले कांग्रेस, एनसीपी और अब बीजेपी ने इस इलाके का राजनीति के लिए भरपूर इस्तेमाल किया। चीनी मिलों से जुड़े नेताओं को सभी पार्टियों ने उम्मीदवारी में प्राथमिकता दी थी। मुद्दों की बजाय जाति, आरक्षण पर अभूतपूर्व विभाजन और अभियान की पृष्ठभूमि में हुए इस चुनाव में चीनी मिलर्स ने बाजी मार ली।
कराड दक्षिण से भाजपा विधायक चुने गए डॉ. अतुल भोसले, यशवंतराव मोहिते कृष्णा सहकारी चीनी फैक्ट्री और जयवंत चीनी फैक्ट्री के मार्गदर्शक निदेशक हैं। कराड उत्तर से भाजपा विधायक बने मनोज घोरपड़े, खटाव स्थित मान-खटाव एग्रो प्रोसेसिंग लिमिटेड के सह-अध्यक्ष हैं। पाटन से लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए शंभूराज देसाई, बाळासाहेब देसाई शुगर फैक्ट्री के मार्गदर्शक निदेशक हैं। सतारा निर्वाचन क्षेत्र से जीते शिवेंद्रसिंहराजे भोसले, अजिंक्यतारा शुगर फैक्ट्री के मार्गदर्शक निदेशक हैं। वाई से जीते मकरंद पाटिल किसान वीर चीनी मिल के अध्यक्ष है।