‘चिनीमंडी’ द्वारा महाराष्ट्र राज्य साखर संघ को प्रतिष्ठित चीनी और एथेनॉल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया

नई दिल्ली : देश के चीनी और एथेनॉल उद्योग के अग्रणी संगठन चिनीमंडीद्वारा महाराष्ट्र राज्य साखर संघ लिमिटेड (Best Contribution to Maharashtra’s cooperative sugar Industry) को प्रतिष्ठित चीनी और एथेनॉल अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार (Sugar and Ethanol International Awards / SEIA) से सम्मानित किया गया।

 

1945 तक, भारत में लगभग 145 चीनी मिलें थी, जिनमें से 12 महाराष्ट्र में थी। 1951 में, स्वर्गीय पद्मश्री विट्ठलराव विखे-पाटिल ने अहमदनगर जिले के प्रवरानगर में देश की पहली सफल सहकारी चीनी मिल स्थापित की। 1953 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सहकारी क्षेत्र में चीनी उद्योग के विकास को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। भारत सरकार ने को-ऑपरेटिव चीनी उद्योग को बढ़ावा दिया। गन्ने की खेती के लिए महाराष्ट्र की अनुकूल कृषि-जलवायु परिस्थितियाँ और 1954 में बॉम्बे राज्य सरकार की घोषणा ने गन्ना उत्पादकों को और अधिक प्रोत्साहित किया। इससे 1956 में बॉम्बे राज्य सहकारी साखर कारखाना संघ का गठन हुआ, जो अब विशेष रूप से महाराष्ट्र राज्य सहकारी सोसायटी अधिनियम के तहत 190 सहकारी चीनी मिलों का नेतृत्व करता है।चीनी उद्योग में संस्थान के योगदान को ध्यान में रखते हुए चीनी उद्योग में एक प्रतिष्ठित संस्था के रूप में जानी जाने वाली संस्था चीनीमंडीने उन्हें 2024 के पुरस्कार के लिए चुना था।  

 इस पुरस्कार वितरण के दौरान चिनीमंडीके संस्थापक और सीईओ उप्पल शाह, हेमंत शाह, जेके ग्रुप के संस्थापक जीतूभाई शाह, नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्रीज लिमिटेड (NFCSF) के प्रबंध निदेशक प्रकाश नाइकनवरे,  ISSCT काउंसिल और  द शुगर टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (STAI) के अध्यक्ष संजय अवस्थी, अतुल चतुर्वेदी (कार्यकारी अध्यक्ष, श्री रेणुका शुगर्स लिमिटेड), मुरुगेश निरानी (संस्थापक-अध्यक्ष, निरानी ग्रुप), अमित अग्रवाल (उपाध्यक्ष, बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड), सुरेश अग्रवाल (अध्यक्ष, रिका ग्लोबल इम्पेक्स लिमिटेड), प्रसाद घव्हाटे (संस्थापक-अध्यक्ष, राजगंगा बायोरिफाइनरीज प्राइवेट लिमिटेड), महाराष्ट्र राज्य सहकारी चीनी फैक्ट्री फेडरेशन (MSCSF) के प्रबंध निदेशक संजय खताळहुसैन गंगारधीवाला (सहायक निदेशक, चीनी मंडी) सहित देश भर के चीनी उद्योग विशेषज्ञ देश, गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

Maharashtra State Co-Operative Sugar

चीनीमंडीके संस्थापक और सीईओ उप्पल शाह ने कहा कि चीनी, एथेनॉल और संबंधित उद्योगों की सेवा देने वाले देश के सबसे बड़े मीडिया और नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म चीनीमंडीद्वारा चीनी और एथेनॉल पर आयोजित सबसे बड़ा SEIC 2024 सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। 1 और 2 फरवरी 2024 को एयरोसिटी, नई दिल्ली में होटल अंदाज़ बाय हयात में आयोजित चीनी और एथेनॉल इंडिया सम्मेलन के (3rd edition of the Sugar and Ethanol India Conference) तीसरे संस्करण में चीनी और एथेनॉल के क्षेत्र में दुनिया भर के विशेषज्ञों ने भाग लिया।

 शाह ने कहा कि, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के चीनी और व्यापार विशेषज्ञ, घरेलू शिक्षाविद, कृषि विशेषज्ञ सभी लोग इन दो दिनों में चीनी, एथेनॉल और इसके भविष्य पर चर्चा करने के लिए इकठ्ठा हुए थे। SEIC 2024 के लिए, प्रस्तुतकर्ता प्रायोजक प्रतिष्ठित MRN (निरानी) समूह था और शीर्षक प्रायोजक KBK समूह (रेणुका शुगर ग्रुप कंपनी) था। सम्मेलन को प्रायोजित करने के लिए 50 से अधिक कंपनियां एक साथ आई थीं।चीनीमंडीद्वारा आयोजित इस सम्मेलन में कुछ प्रमुख एवं सर्वोच्च संस्थाओं एवं संगठनों ने सहयोगी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

उन्होंने कहा कि, SEIA पुरस्कारों का उद्देश्य चीनी, एथेनॉल और संबंधित उद्योगों में उत्कृष्ट उपलब्धियों को पहचानना और उनकी सराहना करना है। देश के कई संगठनों और व्यक्तियों को चीनी और एथेनॉल उद्योगों में उनकी कड़ी मेहनत और योगदान के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

 कुल 28 श्रेणियों में पुरस्कार वितरण…

गन्ना उत्पादक (किसान), निजी मिलें, सहकारी मिलें, एथेनॉल उत्पादक, स्टैंडअलोन डिस्टिलरीज, खांडसारी, घरेलू व्यापारी, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार घराने, चीनी खुदरा श्रृंखलाएं, रसद कंपनियां, रेक परिवहन, सी एंड एफ एजेंट, बैंक, एनबीएफसी, ब्रांडेड चीनी, थोक विक्रेता उपभोक्ता, बंदरगाह, चीनी मिलें आपूर्तिकर्ता, इंजीनियरिंग कंपनियां, अंतर्राष्ट्रीय व्यापारी (व्यक्ति), सामाजिक कार्यकर्ता, कॉर्पोरेट क्षेत्र के व्यक्ति, संपार्श्विक प्रबंधन, बीमा कंपनियां, लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड, अनुसंधान घराने और संस्थान शामिल थे।

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