मुंबई: महाराष्ट्र में चीनी मिलों ने पेराई सत्र पूरा होने के बाद इस साल किसानों को 97 प्रतिशत उचित और पारिश्रमिक मूल्य (एफआरपी) का भुगतान किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मिलों ने 13,149 करोड़ का एफआरपी भुगतान किया है, और अब केवल 358.66 करोड़ का बकाया है। मिलों को किसानों को एफआरपी के रूप में 13,508.22 करोड़ का भुगतान करना था, जिसमें से 15 जून तक 97 प्रतिशत का भुगतान किया गया था। 144 चीनी मिलों में से लगभग 107 चीनी मिलों ने 100 प्रतिशत एफआरपी का भुगतान किया है।
पिछले सीजन में रेवेन्यू रिकवरी सर्टिफिकेट (आरआरसी) पाने वाली 73 चीनी मिलों की तुलना में इस साल किसी भी चीनी मिल को नोटिस नहीं दिया गया है।
महाराष्ट्र : चीनी उत्पादन 101.34 लाख टन होने का अनुमान…
2020-21 सीजन में महाराष्ट्र का गन्ना क्षेत्र 2019-20 सीजन की तुलना में लगभग 43% बढ़ गया है। 2019 में कम वर्षा और बाढ़ के कारण गन्ना क्षेत्र और उत्पादन में भी काफी गिरावट देखी गई। 2019-20 सीजन के 7.76 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 2020-21 में क्षेत्र 11.12 लाख हेक्टेयर तक बढ़ने की उम्मीद है। चीनी का उत्पादन 2020-21 सीजन में लगभग 101.34 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि 2019-20 में 61.61 लाख टन का उत्पादन हुआ, जो कि लगभग 39.73 लाख टन कम था।
यह न्यूज़ सुनने के लिए प्ले बटन को दबाये.