पुणे: 16 फरवरी 2025 तक इस पेराई सत्र के दौरान राज्य में कुल 200 चीनी मिलें शुरू हैं। चीनी आयुक्तालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, इन चीनी मिलों ने अब तक 739.46 लाख टन गन्ने की पेराई की है और 683.91 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। राज्य की समग्र औसत चीनी रिकवरी दर लगभग 9.25 प्रतिशत है। प्रदेश की 25 चीनी मिलों का पेराई सत्र समाप्त हो चुका है। पिछले वर्ष इसी अवधि में 830.38 लाख टन गन्ने की पेराई की गई थी और 817.99 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ था। पिछले साल की तुलना में अब तक चीनी उत्पादन में 134.08 लाख क्विंटल की कमी आई है। पिछले साल राज्य की समग्र औसत चीनी रिकवरी दर लगभग 9.85 प्रतिशत थी, और अब तक 9 मिलें बंद हो चुकी थी।
पुणे संभाग में 172.56 लाख टन गन्ने की पेराई की गई है और औसत चीनी उत्पादन 160.37 लाख क्विंटल रहा है। औसत चीनी उपज 9.29 प्रतिशत है। संभाग में 31 मिलें संचालित हैं, जिनमें 18 सहकारी और 13 निजी मिलें शामिल हैं। कोल्हापुर डिवीजन में 40 मिलें (26 सहकारी और 14 निजी) शुरू हैं। इन मिलों ने 182.04 लाख टन गन्ने की पेराई की है तथा 198.55 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। कोल्हापुर डिवीजन में राज्य में सर्वाधिक 10.91 प्रतिशत चीनी रिकवरी है।
सोलापुर में 45 कारखाने चल रहे हैं, जिनमें 17 सहकारी और 28 निजी हैं। इन मिलों ने 124.06 लाख टन गन्ने की पेराई की है और 99.3 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। विभाग की चीनी रिकवरी 8 प्रतिशत है। अब तक इस क्षेत्र में 21 कारखाने बंद हो चुके हैं। अहमदनगर डिवीजन में 26 कारखाने संचालित हैं, जिनमें से 14 सहकारी और 12 निजी हैं। इन मिलों ने 95.38 लाख टन गन्ने की पेराई की है। कुल 83.01 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन हुआ है और इसकी रिकवरी 8.7 प्रतिशत है।
नांदेड़ में कुल 29 मिलों (10 सहकारी और 19 निजी) ने 84.73 लाख टन गन्ने की पेराई की है और 9.45 प्रतिशत चीनी रिकवरी के साथ 80.11 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। क्षेत्र की 4 मिलों का पेराई सत्र समाप्त हो चुका है। छत्रपति संभाजीनगर संभाग में 22 मिलों (13 सहकारी और 9 निजी) ने 69.82 लाख टन गन्ने की पेराई की है। उन्होंने 53.98 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इस संभाग में रिकवरी 7.73 प्रतिशत है।
अमरावती संभाग में चार चीनी मिलों ने परिचालन शुरू कर दिया है, जिनमें एक सहकारी और तीन निजी मिलें शामिल हैं। इन मिलों ने 8.47 लाख टन गन्ने की पेराई की है तथा 7.33 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इस संभाग में रिकवरी 8.65 प्रतिशत है। नागपुर संभाग में 3 निजी मिलें कार्यरत हैं और उन्होंने 2.4 लाख टन गन्ना पेराई कर 1.26 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। इस संभाग की चीनी रिकवरी राज्य में सबसे कम 5.25 प्रतिशत है।