पुणे: महाराष्ट्र में 2020-21 का चीनी सीजन अपने आखिरी चरण में है और जानकारों की माने तो 15 मई तक समाप्त होने की संभावना है।
फाइनेंसियल एक्सप्रेस डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, राज्य चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा की चीनी के उत्पादन ने पहले ही 105 लाख टन को छू लिया है और 107 लाख टन तक पहुंचने की संभावना है। गायकवाड़ ने कहा कि, अब तक, राज्य ने 10.48% की रिकवरी के साथ 105 लाख टन चीनी का उत्पादन किया है, जिसके लिए 999.50 लाख टन गन्ने की पेराई की है। तक़रीबन 2 लाख टन गन्ना अभी भी पेराई के लिए उपलब्ध है।
कोल्हापुर और सांगली क्षेत्र की अधिकांश मिलों ने अपना सीजन समाप्त कर दिया है। अधिकारियों ने कहा कि, पुणे और सतारा की अधिकांश मिलें या तो अपने सीज़न को समाप्त कर चुकी है या अंतिम चरण में है। मराठवाड़ा क्षेत्र की मिलों की पेराई मई के अंत तक खत्म होने की उम्मीद है। उच्च उत्पादन के बावजूद, चीनी की मांग में कमी के कारण मिलों को किसानों का भुगतान करना मुश्किल हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, गन्ना किसानों का 2,073.05 करोड़ रुपये बकाया है। मिलों ने अब तक 19,286.65 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जो इस सीजन में कुल एफआरपी भुगतान का 90.29% है। किसानों को देय कुल एफआरपी 21,359.69 करोड़ रुपये है।