मुंबई: मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, राज्य में गन्ने का रकबा बड़ा है। एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का इस्तेमाल किसानों के साथ-साथ चीनी मिलों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के उपयोग से पेराई के लिए उपलब्ध गन्ने की उचित योजना बनाने में सुविधा होगी। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने निर्देश दिये कि, चीनी मिलों को दी जाने वाली मार्जिन मनी और चीनी मिलों में तौल कांटों की निगरानी को लेकर सहकारिता विभाग सतर्क रहे। सहकारिता विभाग के अगले सौ दिनों के कामकाज को लेकर मुख्यमंत्री फडणवीस ने सह्याद्री गेस्ट हाउस में सहकार, जल आपूर्ति एवं स्वच्छता, सामाजिक न्याय, आदिवासी विकास विभाग की समीक्षा की।इस मौके पर उन्होंने एआई के इस्तेमाल पर भी टिप्पणी की।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि, इस पेराई के मौसम में गन्ना क्षेत्र, गन्ना और चीनी उत्पादन का सटीक अनुमान लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), रिमोट सेंसिंग (आरएस) और भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) का उपयोग किया जाना चाहिए। जलजीवन मिशन योजना के तहत शुरू की गई योजनाओं के सोलराइजेशन से बिजली के साथ-साथ बिजली बिल की भी बचत होगी। इसके लिए उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि, विभाग के अधिकारियों को महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक करनी चाहिए और एक व्यापक योजना तैयार करनी चाहिए।
इस बैठक के लिए जनजातीय विकास मंत्री अशोक उइके, सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट, सामाजिक न्याय राज्य मंत्री माधुरी मिसाल, जल आपूर्ति एवं स्वच्छता राज्य मंत्री मेघना बोर्डिकर, सहकारिता राज्य मंत्री डॉ. पंकज भोयर, जनजातीय विकास राज्य मंत्री इंद्रनील नाईक, मुख्य सचिव सुजाता सौनिक और अन्य सहित अधिकारी उपस्थित थे।