पुणे: वेस्ट इंडियन शुगर मिल्स असोसिएशन (WISMA) ने महाराष्ट्र सरकार के सहयोग, विपणन और कपड़ा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजगोपाल देवरा से राज्य मंत्रिस्तरीय समिति की 23 सितंबर 2024 की बैठक में हुए फैसले के अनुसार 15 नवंबर से ही पेराई शुरू करने की मांग की। अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजगोपाल देवरा को लिखे पत्र में WISMA ने कहा है की, इस वर्ष महाराष्ट्र में बहुत अच्छी वर्षा, अनुकूल जलवायु और ठंड के मौसम की शुरुआत के कारण गन्ने की फसल काफी अच्छी हुई है। साथ ही चीनी की रिकवरी भी बढ़ने की संभावना है। महाराष्ट्र राज्य विधानसभा चुनाव 20 नवंबर, 2024 को होंगे।लेकिन पिछले कुछ दिनों से ऐसी खबरे आ रही हैं कि, चुनाव की वजह से पेराई सीजन एक सप्ताह और देरी से यानी 21 नवंबर को शुरू होगा। अगर ऐसा हुआ तो इसका सबसे बड़ा खामियाजा चीनी उद्योग को भुगतना पड़ सकता है।
अगर मिलों ने समय पर पेराई शुरू नहीं की तो भारत सरकार के महत्वाकांक्षी एथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम के तहत नवंबर 2024 के भंडार के लिए तेल विपणन कंपनियों की आपूर्ति निविदाओं के परिणामस्वरूप कम आपूर्ति के कारण मिलों को वित्तीय दंड का सामना करना पड़ेगा, जिससे राष्ट्रीय कार्यक्रम बाधित होगा। इसके अलावा कुछ क्षेत्रों में कीट के प्रकोप से गन्ने की फसल खतरे में है। इसलिए, पेराई मौसम समय पर शुरू होना काफी जरूरी है।
महाराष्ट्र राज्य मंत्रियों की समिति द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, राज्य में चीनी मिलें 15 नवंबर 2024 को शुरू हो रही हैं। दरअसल मौजूदा सीजन आम तौर पर 15 दिन की देरी से शुरू हो रहा है। इसलिए सभी गन्ना किसान परेशान है। चूंकि राज्य में गन्ने का क्षेत्र और फसल प्रचुर मात्रा में है, इसलिए पेराई का मौसम देर तक चलने के संकेत मिल रहे हैं। फरवरी के बाद जैसे ही गर्मी बढ़ती है, मार्च में गन्ना काटने वाले मजदूर अपने-अपने गाँव के लिए निकल पड़ते हैं। इसलिए किसानों के सामने और मिलों के सामने खड़ी गन्ने की फसल की कटाई की बड़ी गंभीर समस्या हर साल पैदा होती हैं और यह चीनी आयुक्तालय और राज्य सरकार के सामने भी समस्या पैदा करती हैं।
महाराष्ट्र राज्य विधानसभा चुनाव 20 नवंबर, 2024 को होंगे। वर्तमान में, ऐसी खबरे आ रही हैं कि पेराई का मौसम एक सप्ताह और देरी से यानी 21 नवंबर को शुरू होगा। सामान्य प्रथा के अनुसार, चीनी मिलें इन मजदूरों के लिए परिवहन की व्यवस्था करेंगी और वे 100 प्रतिशत मतदान करेंगे। इससे लाखों गन्ना कटाई मजदूर और चीनी मिलें बड़े आर्थिक नुकसान से बच पाएगी। अत: हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि, 15 नवंबर 2024 से पेराई सीजन प्रारंभ करने के मंत्री समिति के निर्णय को क्रियान्वित करें तथा इसमें कोई परिवर्तन न करें।