पुणे : चीनीमंडी
राज्य में 195 चीनी मिलों द्वारा गन्ना किसानों के खाते में एफआरपी के कुल 22 हजार 42 करोड़ रुपये जमा करने की उम्मीद थी, हालांकि, किसानों के बैंक खातों में अभी तक 18 हजार 821 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड ने कहा कि, राज्य में अभी भी 3,607 करोड़ रूपये एफआरपी बकाया है।
चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा कि, अप्रैल में राज्य की चीनी मिलों ने 949 लाख टन गन्ने की पेराई पूरी कर ली है। एफआरपी की राशि का 85 प्रतिशत हिस्सा अप्रैल के अंत में किसानों के बैंक खाते में जमा कि है। हालांकि, महाराष्ट्र में 3,607 करोड़ रुपये एफआरपी बकाया है। इस बकाया राशि को तुरंत किसानों को दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने मिलों को सॉफ्ट लोन जारी किया है, यह ऋण राशि प्राप्त होने के बाद मिलें एफआरपी भुगतान कर सकती है।
अप्रैल के अंत तक, 43 चीनी मिलों ने किसानों को गन्ने के एफआरपी का 100 प्रतिशत दिया है। 80 प्रतिशत से अधिक भुगतान करने वाले मिलों की संख्या 80 है और 42 मिलों ने किसानों को लगभग 60 से 79 प्रतिशत राशि का भुगतान किया है। शून्य से 60 प्रतिशत एफआरपी चुकाने वाली मिलों की संख्या लगभग ३० प्रतिशत है।
लगभग 15 दिन पहले, एफआरपी बकाया लगभग 4,324 करोड़ रुपये था। कुछ दिन पहले तक राज्य की कुछ मिलों ने किसानों के बैंक खाते में 717 करोड़ रुपये जमा किए हैं। शेखर गायकवाड़ ने कहा कि, 2018-19 के पेराई सत्र में पहली बार एफआरपी बकाया आंकड़ा 4,000 करोड़ रुपये की निचे आ गया है।