मुंबई: महाराष्ट्र की चीनी मिलें चीनी की घरेलू बिक्री पर 150 रुपये प्रति क्विंटल की सब्सिडी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से संपर्क करने की योजना बना रही हैं, ताकि वे उत्तर प्रदेश की मिलों से प्रतिस्पर्धा कर सकें।
चीनी उद्योग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा बुलाए गए चीनी मिलरों और हितधारकों की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
अगर आकड़े की बात करे तो महाराष्ट्र में, 31 मार्च 2021 तक चीनी का उत्पादन 100.47 लाख टन था, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 59 लाख टन उत्पादन हुआ था। मिलों ने अब तक लगभग 961 लाख टन गन्ने की पेराई की है, जो कि राज्य के इतिहास में अब तक के सबसे अधिक है। इससे पहले 2017 में 954 लाख टन गन्ने की पेराई की गई थी। अब तक 113 मिलें राज्य में अपना पेराई कार्य बंद कर चुकी हैं और 76 चीनी मिलें चल रही हैं। पिछले सीजन में इसी तारीख को, पिछले साल संचालित 146 मिलों में से 28 मिलें चालू थी।
उत्तर प्रदेश में 120 चीनी मिलों ने 31 मार्च 2021 तक 93.71 लाख टन चीनी का उत्पादन किया हैं। अब तक 120 चीनी मिलों में से 39 चीनी मिलों ने पेराई कार्य बंद कर दिया है। इसकी तुलना में, पिछले वर्ष 113 मिलों ने पेराई मे हिस्सा लिया था और 31 मार्च 2020 तक 97.20 लाख टन चीनी का उत्पादन किया था।