लखनऊ : भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान, लखनऊ द्वारा शुगर टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसटीएआई) के सहयोग से गन्ने की खेती का मशीनीकरण, परिचालन, पर्यावरण और नीतिगत बाधा विषय पर भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान में एक-दिवसीय अखिल भारतीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया था। मुख्य अतिथि चीनी उद्योग और गन्ना विकास विभाग राज्य मंत्री संजय सिंह गंगवार का डॉ. आर विश्वनाथन (निदेशक, भाकृअनुप-भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान) ने स्वागत किया। मंत्री संजय सिंह गंगवार ने कहा कि, हमारे मन्ना किसान देशी की रीढ़ की हड्डी है। गांव तभी स्मार्ट होंगे जब अन्नदाता किसान स्मार्ट होगा।
डॉ. आर विश्वनाथन ने गन्ना मशीनीकरण के क्षेत्र आईआईएसआर की उपलब्धियों के बारे में बातया। उन्होंने कहा कि, संस्थान ने कई मशीनरी जैसे गन्ना कटर प्लांटर, पेयर-रो गन्ना प्लांटर रेज्ड बेड सीडर (आरबीएस), रेटून मैनेजमेंट डिवाइस (आरएमडीए मेकर, ट्रैच प्लांटर, रैदन प्रमोटर न प्लांट अवशेष श्रेडर, गन्ना डिट्रैशर आदि के डिजाइन, विकास और व्यावसायीकरण के माध्यम से गन्ने की खेती के मशीनीकरण के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज की है।इस अवसर पर डॉ. सुशील सोलोमन (पूर्व निदेशक, आईआईएसआर और पूर्व कुलपति चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर एवं उपाध्यक्ष आईएपीएसआईटी), अतिरिक्त गन्ना आयुक्त वीके शुक्ला उपस्थित थे।