बीड: महाराष्ट्र में गन्ना पेराई ने गति पकड़ी है, और पश्चीमी महाराष्ट्र के साथ साथ मराठवाडा में भी कई चीनी मिलें अच्छे से पेराई करते नजर आ रही है। मराठवाडा में पिछलें तीन महीने से 14 चीनी मिलें चल रही है।
अब तक माजलगाव तालुका में स्थित जयमहेश चीनी मिल ने पाच लाख मीट्रिक टन गन्ने की पेराई करके इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है। कलम्ब तालुका रांजनी में स्थित नेचुरल मिल 4.5 लाख टन गन्ने की पेराई के साथ दुसरे स्थान पर है। तेलगांव का लोकनेते सुंदरराव सोलंकी मिल 3 लाख 93 हजार मीट्रिक टन गन्ने की पेराई के साथ तीसरे स्थान पर है। चीनी रिकवरी में पूर्णा चीनी मिल (वसमत) 10.55 औसत रिकवरी के साथ पहले स्थान पर है। बलिराजा (नांदेड) और श्रध्दा (बागेश्वरी) मिल 10.32 और 10.12 प्रतिशत रिकवरी के साथ दुसरे और तीसरे नंबर पर है। पिछलें दो वर्षों से अच्छी बारिश होने के कारण किसान बड़े पैमाने पर गन्ने की खेती कर रहें है। माजलगाव तालुका में एक निजी और दो सहकारी चीनी मिलों ने पिछलें तीन महिनों से पेराई शुरू कर दी है। जयमहेश मिल प्रति दिन लगभग 4500 मीट्रिक टन गन्ने की पेराई कर रही है।